लोकेशन :-चाण्डिल(सरायकेला)
एंकर: सरकार शिक्षा के विकास को लेकर करोड़ों रुपया खर्च करने की दावे कर रही है।लेकिन,धरातल में वस्तु स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है। सरायकेला खरसावां जिला के चाण्डिल प्रखंड के आसनबनी पंचायत के रांगाखैना स्थित प्राथमिक स्कूल की तस्वीर सरकार के दावों को मुंह चिढ़ा रही है। रांगाखैना स्थित प्राथमिक स्कूल की हालत जर्जर हो गई है। जिससे बच्चे अपनी जान को जोखिम में डालकर अपना भविष्य गढ़ रहे है। वर्ष 2008 में यह स्कूल बनकर तैयार हो गया था। निर्माण होने के कुछ ही वर्ष के भीतर स्कूल का छत का पलास्टर टूटकर गिरने लगा है। इसके पहले भी पढ़ाई के दौरान स्कूल का छत टूटकर गिर गया था।स्कूल का एक कमरा जर्जर होने के कारण कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को एक की कमरा में पढ़ाया जा रहा है।जिससे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।विभाग समय रहते स्कूल के भवन का जल्द मरम्मत नहीं करती है और समय रहते प्रशासन इस संबंध में संज्ञान नहीं लेती है तो आने वाले समय में कभी भी बड़ी घटना घट सकती है।
सरायकेला से कल्याण पात्रों