गुरूवार देर शाम को घरेलु हिंसा से पीड़ित विवाहिता व उसके परिजनों को भयभीत कर दबंगो द्वारा महिला थाना परिसर में तलाक दिए जाने का एक मामला आया ह्रै. पीड़िता विवाहिता बुढ़ैय थाना क्षेत्र के कांसजोर गाँव की 20 वर्षीय साजमा खातून ने आरोप लगाया ह्रै कि उसका विवाह 9 माह पूर्व धनबाद के भंडारीडीह गाँव के इमरान के साथ हुई थी. विवाह के बाद से पति व ससुरालवाले महिला को लगातार प्रताड़ित व मारपीट करते थे। जिसकी लिखित शिकायत पीडि़ता ने एक माह पूर्व महिला थाना मधुपुर में की थी। जहाँ गत 10 फरवरी को महिला थाना द्वारा दोनो पक्षो को बुलाया गया था पर थाना पहुँचने पर थाना परिसर में ही पहले से मौजूद उसका पति व कुछ दबंगो ने जबरन पीडिता व उसके परिजनो को ड२ा धमका कर पीडिता से तलाक के कागजात पर जबरन हस्ताक्षर करवा लिया। इस सदमे को विवाहिता नही झेल सकी व बेहोश हो गयी। बाद में स्थानीय पत्रकारो को इसकी जानकारी मिलने पर पूछताछ करने के दौरान दबंग वहाँ से फरार हो गए।
इधर महिला थाना प्रभारी ने तलाक की बात की जानकारी से इन्कार किया है । बता दें कि महिला थाना के आस पास में इन ढिनो कुछ बिचोंलिये व दबंग व्यक्ति दलाली के काम में संलिप्त है।जिनमे एक महिला भी शामिल है.
जो भोली भाली व गरीब पीडित महिलाओ को जबरन दबाव बनाकर राशी वसुलने का काम करते है। एसे में जिस उद्देश्य से महिला थाना का निर्माण हुआ था वो पूरा नही हो २हा। और पीडित महिलाए आज भी न्याय से वंचित व शोषण की शिकार हो रही है.