जमशेदपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा जमशेदपुर महानगर द्वारा स्वामी विवेकानन्द की जन्म जयंती पर आयोजित संगोष्ठी– ‘‘युवा दिवस युवा भारत’’ में भाजयुमो जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष अमित अग्रवाल की अध्य्क्षता में आयोजित संगोष्ठी में जमशेदपुर लोकसभा के सांसद विधुत वरण महतो, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी, भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष श्री गुंजन यादव, भाजपा प्रदेश मंत्री श्रीमती रीता मिश्रा, पूर्व जिलाध्यक्ष अभय सिंह, चंद्रशेखर मिश्रा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ राजीव मुख्य रूप से शामिल हुए।
उपस्थित सभी अतिथियों ने युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत, विश्व को शांति एवं सद्भावना का संदेश देने वाले आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद जी की तसवीर पर माल्यर्पण कर, दीप प्रज्वलित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी ने कहा कि स्वामी जी केवल सन्त ही नहीं, एक महान देशभक्त, वक्ता, विचारक, लेखक और मानव प्रेमी भी थे। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के भी एक प्रमुख प्रेरणा स्त्रोत बने। उनका विश्वास था कि पवित्र भारत वर्ष धर्म एवं दर्शन की पुण्य भूमि है। स्वामी विवेकानन्द जी ने भारत की युवा शक्ति और भारतीय आध्यात्म के दर्शन का परिचय पूरे विश्व को कराया था। भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर देश में स्वामी विवेकानन्द की वक्तृता के कारण ही पहुंचा। उन्होने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने ही संसार को सहिष्णुता तथा सार्वभौम स्वीकृत-दोनों की ही सिक्षा दी। उन्होंने कहा कि स्वामी जी ने पूरी दुनिया के समक्ष यह तथ्य रखा कि पृथ्वी के समस्त धर्मों और दुनिया के उत्पीड़ितों व शरणार्थियों को आश्रय देने का कार्य भारत ने ही किया। स्वामी विवेकानन्द ने बलपूर्वक कहा कि अध्यात्म विद्या और भारतीय दर्शन के बिना विश्व अनाथ हो जायेगा। आज स्वामी जी के जन्म को 159 वर्ष बाद उनकी कही बातों का सारी दुनिया लोहा मान रही है। उन्तालीस वर्ष के संक्षिप्र जीवनकाल में स्वामी विवेकानन्द जो काम कर गये वे आने वाली अनेक शताब्दियों तक पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे। ऐसे में स्वामी विवेकानन्द का प्रेरणास्पद स्मरण हमारे लिये जीवनी शक्ति है।
भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत के युवाओं की मेधा व प्रतिमा का उभार दिख रहा है। हम आभारी हैं स्वामी विवेकानन्द के जिन्होंने अकेले पहल की और भारतीयता का दर्शन प्रस्तुत कर दुनिया को भौचक्का कर दिया और भारत को उसका खोया गौरव वापस दिलाया। स्वामी जी ने ही भारत के युवाओं की मेधा और ऊर्जा से दुनिया की पहचान करायी। आज विवेकानन्द होते तो वाकई भारतीय युवाओं की दुनिया में धाक देख और अपने सपने को पूरा होते देख अवश्य खुश होते।
भाजयुमो जमशेदपुर महानगर के अध्यक्ष अमित अग्रवाल ने कहा कि स्वामी जी केवल सन्त ही नहीं, एक महान देशभक्त, वक्ता, विचारक, लेखक और मानव प्रेमी भी थे। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के भी एक प्रमुख प्रेरणा स्त्रोत बने। उनका विश्वास था कि पवित्र भारत वर्ष धर्म एवं दर्शन की पुण्य भूमि है।
संगोष्ठी का संचालन जिला महामंत्री अभिमन्यु सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन जिला उपाध्यक्ष सुमित श्रीवास्तव ने किया।
मुख्य रूप से शशि यादव, प्रकाश दुबे, गणेश सरदार , राज मिश्रा, सन्नी संघी, सुमीत कुमार, सौरव कुमार, उपेंद्र गिरी, मोंटी अग्रवाल, सुशील शर्मा, अभिषेक डे, शशांक शेखर, नीरज राष्ट्रवादी, मनोज तिवारी, एवं मंडल अध्यक्ष नवजोत सिंह सोहल , उमेश शाव, कंचन दत्ता, मनीष पांडे, डिंपल विश्वास, सुशील पांडे, राहुल कुमार, अंशुल कुमार समेत मंडल अध्यक्ष, जिला कार्यसमिति के सदस्य उपास्थित थे।