लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद परिवहन विभाग की ओर से निर्वाचन कार्यो के लिए वाहनों को सीज कर वाहन कोषांग के माध्यम से विभिन्न प्रकार के चुनावी कार्यों में उपयोग किया जा रहा है। बीते 8 मार्च से परिवहन विभाग ने दर्जनाधिक चारपहिया वाहन निर्वाचन कार्य के उपयोग में लगाया गया है। लेकिन अब तक किसी भी वाहन का विभाग से भुगतान नहीं किया गया है। वाहन चालकों की ओर से पैसे की डिमांड किए जाने पर विभाग की ओर से आश्वासन दिया जा रहा था। भुगतान नहीं मिलने की स्थिति में लगभग 51 दिन के बाद वाहन चालकों और मालिकों ने इस बात को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। वाहन चालकों का कहना है कि कुछ वाहनों का 60000 रुपए तो कुछ का 70000 रुपए से अधिक का बिल हो गया है। लेकिन विभाग की ओर से भुगतान नहीं किया जा रहा है। गाड़ी में समस्या आती है तो अपने ही खर्च पर उसकी मरम्मत भी करवाना पड़ रहा है। ऐसे में उनके सामने आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है। शनिवार को सभी वाहन चालक परिवहन विभाग में भुगतान के लिए जुटे हुए थे। लेकिन वहां उन्हें 3000 रुपए भुगतान का आश्वासन मिला। इस पर वाहन चालकों ने विरोध कर दिया और परिवहन कोषांग में ही वाहनों को खड़ा कर दिया। चालक का कहना है कि जब तक हम लोगों का पूरा भुगतान नहीं होता है तब तक सभी गाड़ियां खड़ी रहेगी। एक भी गाड़ी का उपयोग नहीं होगा।