पश्चिमी सिंहभूम जिला पुलिस और सीआरपीएफ के लिए लोकसभा चुनाव से पूर्व यह बड़ी सफलता मानी जा रही है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में दो महिला और एक नाबालिग शामिल है।
चाईबासा के पुलिस केंद्र में कोल्हान प्रमंडल के डीआईजी मनोज रतन चोथे, सीआरपीएफ के डीआईजी पूर्ण चंद्र, पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त कुलदीप चौधरी और पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर सहित अन्य वरीय पदाधिकारी ने आत्मसमर्पण करने वाले 15 नक्सलियों का माला पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली पश्चिमी सिंहभूम जिले के ही रहने वाले हैं। इनके आत्मसमर्पण करके मुख्य धारा से जुड़ने के कारण नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व को बड़ा झटका लगा है। जब से लोकसभा चुनाव की घोषणा हुई है, तब से नक्सली लगातार कहीं ना कहीं पोस्टरबाजी करके ग्रामीणों से वोट बहिष्कार की अपील कर रहे थे। ऐसे में उनके ही साथियों द्वारा आत्मसमर्पण किए जाने से उनकी मुहिम को झटका लगा है। यहां पत्रकारों से बात करते हुए कोल्हान प्रमंडल के डीआईजी मनोज रतन चोथे ने कहा कि झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा और झारखंड जगुवार के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। संगठन को इससे बड़ा झटका लगा है। उन्होंने कहा कि इनके आत्मसमर्पण करने से लोकसभा चुनाव कराने में काफी सहूलियत होगी। डीआईजी ने कहा कि नक्सली संगठन में जो लोग बचे हुए हैं उनसे अपील है कि आत्म समर्पण करके मुख्य धारा से जुड़ें, अन्यथा जिस तरह से सुरक्षा बल अभियान चला रहे हैं, वे लोग मारे जाएंगे।
मनोज रतन चोथे, डीआईजी कोल्हान प्रमंडल
पश्चिमी सिंहभूम जिले में वर्ष 2022 से लगातार जिला पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। अब तक 161 नक्सली गिरफ्तार किया जा चुके हैं। 2022 और 2023 में कुल 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, और आज 15 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। अब तक सुरक्षा बलों ने करीब 375 विस्फोटक, हथियार, कारतूस और अन्य सामान बरामद किया है। 10 अस्थाई कैंप और 15 बंकर ध्वस्त किया है। पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने कहा कि आज जिन लोगों ने आत्मसमर्पण किया है, वह संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रहे थे। कोई एरिया कमांडर था तो कोई सब एरिया कमांडर। इनके आत्मसमर्पण से अनल और मिसिर बेसरा के दस्ता को बड़ा झटका लगा है।