आर के सिंह ने कहा कि अस्थायी कर्मियों के मुद्दे को लेकर यूनियन लगातार प्रबंधन और सरकार के साथ वार्ता कर रहा है. अगर यह एक्शन प्लान अमल में आता है तो यह यूनियन के साथ-साथ अस्थायी कर्मियों के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि साबित होगी. पर कुछ लोग इसे लागू नहीं होना देना चाहते. आरके सिंह ने सीधे तौर पर कहा कि हर्षवर्धन सिंह टेल्को वर्कर्स यूनियन का मेंबर नहीं है पर फिर भी वह राज्यपाल को पत्र लिखकर वार्ता में शामिल होने की मांग करते है. पूर्व में हर्षवर्धन सिंह ने खुद टेल्को वर्कर्स यूनियन के निबंधन को रद्द करने का लड़ाई लड़ी और अब वह पुन: निबंधन को बहाल करने की मांग कर रहा है.
प्लांट हेड के साथ चल रही वार्ता
आरके सिंह ने बताया कि सभी अस्थायी कर्मी यूनियन से आस लगाए बैठे है कि स्थाईकरण में उनका नंबर कर आएगा. इसको लेकर प्लांट हेड के साथ वार्ता चल रही है और जल्द ही इसका परिणाम भी सामने आएगा. टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन अपने मजदूरों के लिए काम करती है और साथ ही वह प्रबंधन के लिए भी काम करती है. अब ऐसे में कुछ लोग इस उपलब्धि से जल रहे है और वे नहीं चाहते की यूनियन मजदूर हित में काम करे.