भारत में भाई दूज का त्योहार हिंदू धर्म के लोगों के लिए प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है. हर साल भाई दूज का पर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. आज भाई दूज पर जमशेदपुर, आदित्यपुर समेत पूरे इलाके में महिलाओं ने उत्साह के साथ गोधन के गीत गाए. महिलाओं ने परंपरा के अनुसार भाइयों को श्राप दिया और गोधन कूटा.

Spread the love

भाई दूज पर कई राज्यों में लोग अलग-अलग परंपराओं के अनुसार पूजा करते हैं. बिहार में भाई दूज पर बहनें पारंपरिक तरह रूप से बजरी खिलाती हैं. मान्यताओं के अनुसार इस दिन पर बजरी खिलाने का बहुत अधिक महत्व है. साथ ही झारखंड और उत्तर प्रदेश में भाई दूज पर बहनें पहले अपने भाइयों को मरने का श्राप देती हैं और खूब कोसती भी हैं. परंपरा के अनुसार श्राप देने और कोसने के बाद माफी भी मांगती हैं. उसके बाद अपनी जीभ पर कांटा चुभाती हैं और कहती हैं-जिस मुंह से श्राप दिया उसमें कांटा गड़ जाए.मान्यताओं के अनुसार भाइयों को कोसने के बाद मृत्यु का भय नहीं रहता है. भगवान यम से बहनें फिर प्रार्थना भी करती हैं कि उनके भाईयों को किसी प्रकार का डर न रहेइसके अलावा भाई दूज के दिन कई राज्यों में भाई को टीका लगाने और नारियल देने की प्रथा है.इसके अलावा गोधन कूटने की भी परंपरा होती है. इधर जमशेदपुर में आसपास के क्षेत्र में धूमधाम के साथ भाई दूज का त्यौहार मनाया गया पारंपरिक गीत गाकर बहनों ने गोधन कूट अपने भाई की लंबी आयु की कामना की

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *