जिले के अड़की थाना क्षेत्र में सेरेंगडीह में रविवार की देर रात धारदार हथियार से वृद्ध भानु मुंडा का सिर धड़ से अलग करने के मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस हत्याकांड को अंजाम दिलवाने वाला मुख्य आरोपी ओझा राम मुंडा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ओझा के कहने पर ही वृद्ध भानु मुंडा की हत्या बेरहमी से काटकर कर दी गयी थी। ओझा ने ही उकसाया था कि मृतक भानू गुण्डा उर्फ बोयार की पत्नी बिरसपति देवी उर्फ गुरूवारी देवी डायन है और उसी ने जादू टोना कर गांव की दो महिलाओ को मार दिया। इस हत्याकांड में मारंगडीह गांव निवासी सुखराम मुंडा, गुरूवा मुंडा, बाड़ीनिजकेल गांव निवासी ओझा राम मुंडा, मदन मुंडा, सेरेंगहातू गांव निवासी रूशु मुंडा, बाले मुंडा और सामू मुंडा शामिल है।
ओझा ने ग्रामीणों को उकसाया कि 13 अगस्त को तालाब में जिस मारूती मुण्डा उर्फ मारू की मौत हुई है साथ ही गांव में एक अन्य महिला की मौत बीमारी के कारण हुआ लेकिन उस मौत का कारण मृतक का पत्नी को जिम्मेदार बताया। उसके बाद गांव वालों ने मृतक की पत्नी को मारने की योजना बनाई। लेकिन भानु मुंडा को गांव वालों ने बेरहमी से हत्या कर दिया और उस हत्याकांड को देख उसकी पत्नी भाग गई थी जो आज बुधवार को अपने घर लौटी।
डीएसपी अमित कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर वृद्ध हत्याकांड का खुलासा किया है। डीएसपी ने बताया कि उनके नेतृत्व में SIT टीम का गठन किया गया था। गठित टीम द्वारा त्वरित कारवाई करते हुए ओझा समेत सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। बाड़ीनिजकेल गांव निवासी राम मुंडा ओझा गुनी का कार्य करता है और इनके द्वारा ही मृतक भानू गुण्डा उर्फ बोयार की पत्नी बिरसपति देवी उर्फ गुरूवारी देवी के द्वारा ही डायन करने का बात बताया गया था एवं पूर्व में तालाब में मारूती मुण्डा उर्फ मारू को मृतक भानू मुण्डा उर्फ बोयार की पत्नी बिरसपति देवी उर्फ गुरुवारी देवी के द्वारा डायन कर के मारने का बात भी बतायी। जिसके बाद इस हत्याकांड को आजम दिया गया। डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित व्यक्तियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है और उनकी निशानदेही पर कांड के मृतक भानू मुण्डा उर्फ बोयार के हत्या में प्रयोग किया गया खून लगा दाउली तथा अभियुक्त के द्वारा मृतक का खून से सना हुआ शर्ट और भगत के द्वारा ओझा गुनी में प्रयोग किया गया एक लोहे का त्रिशूल को बरामद किया गया है।
गौरतलब है कि रविवार देर रात वृद्ध भानु मुंडा की हत्या सर धड़ से अलग कर दिया गया था। जानाकरी के अनुसार गुरुवारी के पड़ोसियों ने बताया कि रविवार को गांव का मदन मुंडा एक अन्य व्यक्ति के साथ गुरुवारी देवी को खोजते हुए उनके घर आया था। उस समय घर में गुरुवारी देवी की नतिनी हिस्सी देवी अकेली थी। मदन मुंडा ने हिस्सी देवी से कहा था कि उसकी नानी गुरुवारी देवी डायन है। आज वह सबको मार देगा। मदन मुंडा हथियार लेकर हिस्सी को मारने दौड़ा था, परंतु वह भाग गई। मदन ने कहा था कि यदि आस पड़ोस के लोग भी बाहर निकलेंगे तो उन्हें भी काट दूंगा। बाद में जब गुरुवारी देवी घर आई, तब उसे इस बात का पता चला और वह घर छोड़कर कहीं चलीं गई। हत्यारों की धमकी से डरे सहमे गुरुवारी के पड़ोसी भी दूसरों के घर सोने चले गए थे। इसकी जानकारी मृतक भानु मुंडा को भी हुई थी, परंतु उसने कहा कि मुझे अपने ही घर में क्या डरना, मैं घर छोड़कर नहीं जाऊंगा। जिसका परिणाम हुआ कि रविवार की रात अपराधियों ने उसके घर में ही वृद्ध भानु मुंडा का सिर धड़ से अलग कर दिया।