
उन्होंने कहा की अभय सिंह जनता की आवाज बनकर हमेशा मुखर रहने वाले नेता है और राज्य सरकार इससे घबड़ा गई है और इसी कारण एक साजिस के तहत उन्हें फसा कर जेल मे बंद किया गया है, उन्होने कहा की क़दमा हिंसा मामले मे उनके ऊपर राज्य सरकार के आदेश पर जबरन पुलिस के द्वारा झूठे मामले दर्ज करवाये गए हैं, लेकिन इससे न तो अभय सिंह और न ही फाउंडेसन के किसी सदस्या का हिम्मत टुटा है, उन्होंने कहा की इस पुरे मामले की जाँच हाई कोर्ट से सेवा निवृरित हुए जज से करवाई जानी चाहिए और ज़ब तक ऐसा नहीं होता तब तक लगातार फाउंडेसन आंदोलन करेगी.