थाना प्रभारी वर्दी में नहीं थे। इस वजह से लोगों ने उन्हें नहीं पहचाना। हालांकि थाना प्रभारी चेतावनी देते रहे कि वह सिदगोड़ा थाने के प्रभारी हैं। लेकिन, कोई उनकी सुनने के लिए तैयार नहीं था। घटना की सूचना मिलने पर बिष्टुपुर थाना पुलिस पहुंची और तब हंगामा शांत कराया और घायल सफाई कर्मी को इलाज के लिए टीएमएच भिजवाया। लोगों का आरोप है कि कार तेज रफ्तार में थी और कार चला रहे थाना प्रभारी मोबाइल पर बात कर रहे थे। इसी के चलते यह हादसा हुआ है। बताते हैं कि जुस्को का सफाई कर्मी सफाई कर रहा था। तभी यह हादसा हुआ। इस घटना पर सवाल उठने लगे हैं। क्या पुलिस दूसरों को ही नियमों पर चलना सिखाएगी और खुद नियमों पर अमल नहीं करेगी। कहा जा रहा है कि अगर थाना प्रभारी तेज रफ्तार कार नहीं चलाते। मोबाइल पर बात नहीं कर रहे होते तो यह घटना नहीं घटती।