खूँटी । जिले में एक ऐसा मामला सामने आया कि कंपनी के वाहन चालक ने ही व्यवसाय का पैसा लूटने की साजिश रच डाली। घटना अड़की थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार देर रात का मामला है। जिसमें व्यवसाय करके वृहस्पतिवार की रात को खूँटी के लक्ष्मी फ्लावर मील के मुंशी एक मजदूर और चालक आटा बेचकर अड़की से खूँटी वापस आ रहे थे कि अड़की थाना क्षेत्र के हेमरोम गाँव के पास मोटरसाइकिल से चार लोगों ने गाड़ी रुकवाकर दऊली का भय दिखाकर आटा बिक्री का सारा पैसा 1लाख 5 हजार रुपैया लूट लिया। जिसकी जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी और अड़की थाना में केस दर्ज हुआ तो पुलिस हरकत में आई। और एसपी के निर्देश पर डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित किया गया। जिसका नतीजा यह हुआ कि 12 घंटे के अंदर ही पुलिस ने छापामारी करके मामले का उद्भेदन करते हुए न केवल साजिश का पता लगाया बल्कि पाँच लोगों में चार अभियुक्तों को गिरफ्तार भी कर लिया गया।
डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि लूट की घटना को अंजाम देने का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि लक्ष्मी फ्लावर मिल की वाहन चालक गोला मुंडा है। जिसने कुछ दिन पहले दो दोस्तों मोनो मिर्धा के साथ मिलकर रणनीति बनाई थी। और लूट कांड को अंजाम देने वाले दोस्तों को शामिल किया। और कहा था कि तुम लोग वाहन के सामने आ जाना मैं गाड़ी रोक दूंगा। और योजनाबद्ध तरीके से बृहस्पतिवार की रात 9:00 बजे के करीब मोटरसाइकिल से 4 लोग हेमरोम गाँव के समीप गाड़ी रुकवाया और फिर मुंशी को मारपीट करके किनारे ले जाया गया। और दऊली से काट डालने का भय दिखाकर पैसे का थैला लूट लिया गया। जब मामले का उद्भेदन हुआ तो पता चला कि चालक गोला मुण्डा और उसका सहयोगी मोनो मिर्धा अलग-अलग हत्याकांड के जुर्म में उपकारा जा चुके हैं। और बेल पर छुटे हैं। जिनकी दोस्ती उपकारा के अंदर हुई थी। और उपकारा से बाहर निकलने के बाद दोनों एक साथ काम करने लगे। और गोला मुण्डा जेल से निकलने के बाद खूँटी के दिलीप साहू की कंपनी लक्ष्मी फ्लावर मील में काम करने लगा। डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए गोला मुंडा और मोनो मिर्धा ने अपने दोस्तों को चुना। और चालक ने कहा कि मेरे गाड़ी के सामने आ जाना मैं गाड़ी रोक दूंगा। जिसमें कोरबा निवासी पांडू मुंडा और एक व्यक्ति को चुना। जो अभी फरार है। वहीं मोनो मिर्धा ने उसके घर मेहमान आया खूँटी थाना के चितरामु गाँव निवासी फगुआ मिर्धा को भी काण्ड में शामिल करके ले गया। और लूटकांड को अंजाम देने का मुख्य मकसद यह था कि ये सभी पैसा लूटने के बाद आपस में पैसे का बँटवारा कर लेंगे और हुआ भी यही। लेकिन जब पुलिस अनुसंधान की तो सभी के पास से पैसे और लूटकांड में उपयोग किया गया दऊली के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन इसमें एक अभी अभी भी फरार है। डीएसपी ने बताया कि इतने कम समय में मामले का पर्दाफाश करते हुए पकड़ लिया जाना टीम की सक्रियता है। उन्होंने कहा कि एक और फरारी अभियुक्त जल्द ही गिरफ्त में आ जाएगा। इस छापामारी टीम में डीएसपी अमित कुमार, अड़की थाना प्रभारी इकबाल हुसैन, शशि प्रकाश, मनोज तिर्की, उत्तम कुमार, बिरजू प्रसाद, अर्जुन कुमार सिंह, और सशस्त्र बल शामिल थे।