सिंगल यूज प्लास्टिक पर सरकार के द्वारा लगाए गए बैन के मद्देनजर नामया फाउंडेशन ने इसका विकल्प निकालते हुए प्रचार में लगने वाले बड़े-बड़े होर्डिंग बोर्ड में फ्लैक्स और बेकार हुए कपड़ों से गरीबों के लिए रेनकोट और आम लोगों के लिए कपड़े का थैला उपलब्ध कराएगा प्रेस वार्ता आयोजित कर नामया फाउंडेशन के संस्थापक कुणाल सारंगी पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि सरकार की इस मुहिम को सत प्रतिशत धरातल पर उतारने के लिए नामया फाउंडेशन इस व्यवस्था को शुरू करने जा रही है जिसमें महिलाओं को भी रोजगार उपलब्ध होगा रेनकोट और थैला निर्माण के बारे में जानकारी देते बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में प्रचार के लिये बड़े-बड़े वोटिंग बोर्ड में लगने वाले फ्लैक्स कुछ महीने बाद रिजेक्ट हो जाती है उससे गरीबों के लिए निशुल्क रेनकोट बनाकर दिया जाएगा वही घर में बेकार पड़े वस्त्रों से खेला का निर्माण होगा थैला बनाने से लेकर बाजार में बिक्री करने तक की प्रक्रिया महिलाओं के द्वारा ही जाएगी जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम हो सकेगी कुणाल ने लोगों से अपील की है कि पुराने कपड़े और फ्लैक्स को व्हाट्सएप के इस नंबर पर8797081897 में संपर्क कर इन चीजों को प्रदान कर सकेंगे