खरसावां के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार को पवित्र स्नान के साथ क्षेत्र का प्रमुख त्योहार मकर मनाया गया. लोगों ने कड़ाके की ठंड में भी आस्था की डुबकी लगाई. सरायकेला के खरकई व संजय नदी, खरसावां के सोना नदी समेत विभिन्न जलाशयों में पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ आस्था की डुबकी लगाकर लोगों ने पवित्र स्नान किया. नए कपड़े पहनकर मकर पकवान का आनंद लिया. स्नान घाट पर ओघिरा बनाया गया था, जहां शुक्रवार की सुबह मकर स्नान कर लोगों ने ठंड से बचाव के लिए आग सेंका. मकर संक्रांति पर स्नान के बाद क्षेत्र में अघिरा जलाने की परंपरा है. पूरे क्षेत्र में मकर पर्व की धूम रही और गीत-संगीत की धुन पर युवक-युवतियों ने टुसू के साथ जश्न मनाया. महिलाएं अपने बच्चों के साथ खरकई व संजय नदी में स्नान की. खरसावां में शुक्रवार को मकर संक्रांति के मौके पर लोगों ने मकर स्नान के बाद नए कपड़े पहनकर मंदिरों में माथा टेका और दान-पुण्य किया. तिलकुट व गुड़ पीठा खाकर बड़े-बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया. कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष सादगी के साथ मकर का त्योहार मनाया जा रहा है. किसी भी क्षेत्र में मेला का आयोजन नहीं किया जा रहा है।