
जमशेदपुर दुर्गा पूजा केंद्रीय समिति की वर्ष 2025 की प्रथम कार्यकारिणी की बैठक आज मिस्टी इन भालुबासा में संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता अध्यक्ष श्री अचिंतम गुप्ता जी के द्वारा संपन्न हुई सर्वप्रथम समिति के पदाधिकारीयों ने गुजरात के विमान हादसे में मृत लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की समिति के अध्यक्ष के द्वारा कार्यकारिणी के पदाधिकारीयों को आने वाले वर्ष की तैयारी के लिए अभी से कमर कसने का आग्रह किया
बैठक में मुख्य रूप से यह निर्णय लिया गया कि केंद्रीय समिति अब धार्मिक क्षेत्र के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्रों में भी शहरवासियों को सहयोग प्रदान करेगी जिसके फल स्वरुप जुलाई के महीने में 13 जुलाई को एक रक्तदान शिविर का आयोजन समिति के द्वारा किया जाएगा इस रक्तदान शिविर में शहर की तमाम दुर्गा पूजा समितियां केंद्रीय समिति को सहयोग करेंगी एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों का भी केंद्रीय समिति को सहयोग प्राप्त होगा
समिति के महासचिव आशुतोष सिंह के द्वारा विगत वर्ष में समिति के द्वारा किए गए कार्यों एवं आने वाले वर्ष में दुर्गा पूजा की तैयारीयों को लेकर विस्तृत चर्चाएं की गई
क्योंकि इस वर्ष भी पूजा समितियों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी समस्याओं को केंद्रीय समिति से अवगत कराया है जिस पर अभी से कार्य प्रारंभ करना अत्यंत आवश्यक है अधूरे कार्यों को लेकर भी नए जिला प्रशासन के साथ संवाद स्थापित कर उसे सही समय पर संपन्न करना भी चुनौती है जमशेदपुर के नए भौगोलिक परिवेश में शांतिपूर्ण ढंग से पूजा को संपन्न कराना भी समिति की एक जिम्मेदारी बनती है इसके लिए सभी सदस्य एवं पदाधिकारीयो ने सहयोग करने में अपनी तत्परता को प्रदर्शित किया
सदस्यों के द्वारा कुछ नए नाम का भी प्रस्ताव समिति के समक्ष रखा जिस पर बहुत जल्द ही समिति के द्वारा विचार कर इसकी घोषणा की जाएगी । अंत में धन्यवाद ज्ञापन कार्यकारी अध्यक्ष श्री भूपेंद्र सिंह जी के द्वारा संपन्न हुआ
बैठक में मुख्य रूप से वरीय उपाध्यक्ष श्री दिवाकर सिंह सचिव रामबाबू सिंह, उपाध्यक्ष अशोक सिंहा, परमात्मा मिश्रा, देवाशीष नाहा, नंद जी सिंह, नंदलाल सिंह, मनीष कुमार,शंभू मुखी, आमयो ओझा प्रदीप दास, अपूर्वा पाल, संतोष कुमार, राघवेंद्र मिश्रा अमिताभ चटर्जी, सत्येंद्र कुमार, विनय सिंह, शिव शंकर सिंह, भोला जी, झुरेरन मुखर्जी, आशित मुखर्जी, अतुल प्रभात, सतीश मुखी देवेंद्र सिंह राजू बॉस,सोविक ओझा, मनवीर सिंह, राम जी आदि मुख्य रूप से मौजूद थे