
जमशेदपुर का एक परिवार अब घर से निकलने में डर रहा है ल
जमशेदपुर के सबसे पॉश इलाके विजय हेरिटेज में रहने वाले एक परिवार का है, पूरे परिवार के लोग अब घर से निकलने में डर रहे हैं, पीड़ित परिवार कि आंखें और टूटी हुई कार, इस खौफ घटना का बयान दे रही है, बता दे कि जमशेदपुर के बैंक में काम करने वाले पीटेंस तिवारी अपने पूरे परिवार को लेकर शाम को घर से घूमने निकले थे, जिसमें उनकी पत्नी सोमा पांडेय 2 साल का बच्चा और उनकी एक साली सुमन पांडेय मौजूद थी, इसी दौरान एग्रीको गोल चक्कर के पास खाऊ गली से क्रॉस कर रहे थे, तभी एग्री को मैदान में आईपीएल मैच स्क्रीन में हजारों लोग देख रहे थे, सड़क के कोने में 10 से 15 बाइक खड़ी थी और कुछ लड़के नशा कर रहे थे, इसी दौरान परिवार का कार उनके बाइक में सटा जिसके बाद युवकों ने परिवार पर हमला कर दिया, पहले पैसे की मांग की जब परिवार के लोगों ने कहा कि पैसे दे देंगे चलो थाने फिर गाली गलोज और मारपीट करने लगे, परिवार के लोग कैसे करके कार स्टार्ट कर आगे सीताराम डेरा थाना जाने लगे, पीछे से सभी आसामाजिक तत्व के लोग कार का पीछा करते रहे, कार में पीछे से कई बार ठोकर मारी पत्थर से शीशा तोड़ा और बैंक कर्मचारि को कार से उतारकर करने का प्रयास किया, वही कार में बैठी महिलाएं और लड़की के साथ कपड़े फाड़ने का प्रयास किया, जैसे तैसे कर परिवार के लोग भाग कर सीताराम डेरा थाना पहुंचे, सीताराम डेरा थाना की पुलिस नें पीड़ित परिवार को कहा कि ये हमारे थाना क्षेत्र में नहीं आता आप दूसरे थाना जाए, पीड़ित परिवार डरे घर जाने लगे, और दूसरे थाने का नंबर गूगल से निकला, और थाने में फोन किया, इसके बाद थाना के असाइनमेंट थाना प्रभारी का नंबर दिया, और व्हाट्सएप में शिकायत लिखकर भेजने को कहा गया, शिकायत लिखकर व्हाट्सएप पर भेजा गया 12 घंटे बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं कि, पुलिस पर से भरोसा हट गया है
दो महिला और एक बच्चे को लेकर थाने थाने दौड़ रहा था, पुलिस ने कोई मदद नहीं किया, 12 घंटे बीच जाने के बाद अब डीएसपी से लेकर थाना प्रभारी इस मामले की कार्रवाई में जुड़ गया, इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद भी कोई पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, शहर के बीचों बीच ये हाल टो दूसरी जगह का क्या होगा
इस घटना के बाद पुलिस पर से भरोसा है गया वहीं वहां मौजूद लोगों ने भी कोई सहयोग नहीं किया, अपने पति की जान अपनी इज्जत बचकर भागते थाने पहुंचे तो पुलिस ने भी अपने थाना क्षेत्र न होने का हवाला देकर हमें दूसरे थाना भेज दिया गया, जमशेदपुर में क्या हो रहा है, आज हमारे साथ कल आपके साथ परसों किसी और के साथ इस तरह की घटनाएं हो रही है और लोग डर कर शांत हो जा रहे हैं, नशा करने वाले गिरोह नें जो किया, मरते दम तक याद रहेगा, हमारा पूरा परिवार डरा हुआ है, घटना के बाद अब तक हमारे घर में ना तो रसोई जल ना ही कोई कुछ खाया है, बच्चा भी काफी डरा सहमा हुआ है l
शीशे उतार कर जब पति को खींचकर करने का प्रयास किया जा रहा था, हम लोगों के शोर मचाने के बाद मेरे साथ-साथ मेरी छोटी बहन के साथ भी बदतमीजी की गई, कैसे करके भाग कर हम लोगों ने अपनी जान बचाई, कई किलोमीटर कर के पीछे बाइक चलाते हुए कार में ठोकर मारी और पत्थर चला कर कांच किसी से तोड़े इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं किया
रो रो कर सीताराम डेरा थाना पहुंचे, पुलिस को पूरी घटना बताएं बावजूद पुलिस ने कहा कि यह हमारे थाना क्षेत्र में नहीं आता, सिदगोड़ा थाना प्रभारी को शिकायत थाना प्रभारी के व्हाट्सएप पर लिखित भेजा गया, 12 घंटे के बाद भी कोई पुलिस कार्रवाई नहीं की, अब तो हम घर से निकलने में भी डर रहे हैं, पुलिस को ऐसी घटनाओं पर कार्रवाई करनी चाहिए