शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने की नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी की तारीफ, पूर्व बीजेपी सरकार पर साधा निशाना, साथ ही एलान किया कि 26000 शिक्षकों की नियोजन प्रक्रिया जल्द होगी शुरू, 10000 जनजातीय शिक्षक भी होंगे बहाल

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सरायकेला : झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की तारीफ करते हुए कहा कि यदि उनकी 2002 में लाई गई डोमिसाइल नीति लागू हुई होती तो आज राज्य के सरकारी पद खाली नहीं रहते। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने उनकी नीति को खारिज कर उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया और अर्जुन मुंडा को सत्ता सौंप दी। रामदास सोरेन ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने खतियान आधारित स्थानीय नीति बनाई थी जो अगर लागू हो जाती तो शिक्षक बहाली की प्रक्रिया सुचारू रूप से चलती और झारखंड के युवाओं को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता मिलती। उन्होंने पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार पर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। मंत्री ने घोषणा की कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 26,000 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी। साथ ही आदिम जनजाति भाषा के 10,000 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया राज्यभर में जल्द शुरू होगी। रामदास सोरेन गम्हरिया के कालिकापुर टायो गेट स्थित केंद्रीय जाहेरथान में आयोजित बाहा बोंगा पर्व में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। तीन दिवसीय इस महापर्व के दूसरे दिन नायके बाबा प्रवीण सोरेन को पारंपरिक रीति-रिवाजों से पूजा स्थल तक लाया गया। शिक्षा मंत्री सहित अन्य गणमान्य लोगों ने साल वृक्ष के फूलों को कान पर लगाकर पूजा की और राज्य में सुख-शांति की कामना की। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अपनी संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाना समाज का दायित्व है। बाहा पर्व आदिवासी समाज को एक सूत्र में बांधकर उनकी संस्कृति को मजबूती प्रदान करता है। इस पूजनोत्सव में 150 से अधिक गांवों के हजारों ग्रामीणों ने भाग लिया। मांझी बाबा और समाज के अन्य प्रमुख लोगों ने भी पूजा-अर्चना की। जाहेरगार समिति के भोमरा माझी ने बताया कि यह पर्व समाज में भाईचारा और समृद्धि का प्रतीक है जहां जाति-धर्म का भेदभाव नहीं किया जाता। समारोह में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, पूर्व प्रत्याशी गणेश महाली, कृष्णा बास्के, डॉ. राजू सोरेन, मांझी बाबा मंगल सिंह टुडू, रामदास टुडू, कोंदा बेसरा, हेमंत मार्डी, प्यारेलाल प्रधान, रामू मुर्मू और शंकर मुखी समेत कई समाजसेवी एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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