उग्रवादी संगठन पीएलएफआई और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ की खबर है। इसमें पीएलएफआई का एरिया कमांडर लंबू मारा गया है। पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने मुठभेड़ की जानकारी देते हुए लंबू की मौत की पुष्टि की है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई एरिया कमांडर रांडुग बोदरा उर्फ लंबू उर्फ टिरा बोदरा अपने सहयोगियों के साथ घूम रहा है। वह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना महत्वपूर्ण थी, इसलिए तत्काल एक टीम का गठन किया गया। इसके बाद सुरक्षाबलों ने टेबो थाना क्षेत्र के तोमरोंग गांव के जंगल में उनकी घेराबंदी शुरू कर दी। इसी दौरान पुलिस को देखते ही पीएलएफआई उग्रवादियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। कुछ देर बाद उग्रवादियों की ओर से फायरिंग बंद हो गई। जब काफी देर हो गई और उग्रवादियों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली, तो पुलिस ने सर्च अभियान चलाया। इसी दौरान पुलिस को पीएलएफआई के एरिया कमांडर रारुंग बोदरा उर्फ लंबू का शव मिला। पुलिस ने उसके पास से हथियार भी बरामद किया है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों गुदड़ी में दो व्यक्तियों की हत्या में भी लंबू की भूमिका थी। मुठभेड़ के बाद चलाए गए सर्च अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने दो पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, दो खोखा, लेवी मांगने वाली रसीद, पिट्ठू बैग, दो मोटरसाइकिल की चाबी दस सिम कार्ड और 132240 रूपए नगद बरामद किया है। एरिया कमांडर लंबू पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव थाना क्षेत्र के झींगीलता गांव का रहने वाला था। इसके खिलाफ खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम जिला के विभिन्न स्थानों में 29 मामले दर्ज हैं। बंदगांव, टेबो, आनंदपुर के अलावा खूंटी जिला के मुरहू, अडकी और रनिया थाना में लंबू के खिलाफ मामले दर्ज है।