अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन और पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम के माध्यम से प्रधानमंत्री जी के नाम एक ज्ञापन सौंपकर बांग्लादेश में कट्टरपंथियों के द्वारा हिंदुओं के ऊपर किये जा रहे अत्याचार के खिलाफ भारत सरकार के अविलम्भ हस्तक्षेप की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने लिखा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचार आतंकवादी गतिविधियों का ही एक परिणाम है। संगठन की ओर से भारत सरकार से इस मुद्दे पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के खिलाफ वर्ल्ड फोरम में कड़ा प्रतिवाद दर्ज करने की अपील की गई, क्योंकि बिना सरकार की सहमति के हिंसा निरंतर नहीं जारी रहती। अल्पसंख्यक समाज के जानमाल, हितों की रक्षा की जिम्मेदारी पूर्णरूपेण से अंतरिम सरकार की है, जिसमें सरकार पूरी तरह फेल है। साथ ही जो भी हिन्दू समाज के लोग बार्डर पार कर भारत आना चाह रहे हैं, उन्हें उचित जांच पड़ताल कर अविलंब भारत में आने की अनुमति देने के साथ नये CAA कानून के तहत नागरिकता प्रदान की जाये। इससे साथ ही साउथ एशिया में शांति और स्थिरता के भी महत्वपूर्ण मायने हैं।प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष एवं मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष मुकेश मित्तल और अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के जिला अध्यक्ष बिकास गुप्ता ने किया। इस अवसर पर सुनीता जायसवाल, दिनेश प्रसाद, सतीश गुप्ता, कामेश्वर प्रसाद, कामेश्वर चौरसिया, रामचंद्र मंडल, विकास रंजन, ऋषि गुप्ता, सतीश गुप्ता, राम रतन खंडेलवाल, रंजीत प्रसाद, विनोद कुमार, शोभिक दे, प्रभात कुमार, विनोद गुप्ता एवं अन्य मौजूद थे।