आयोजन के दूसरे दिन बच्चों को प्रतिष्ठित जुबली पार्क का भ्रमण कराया गया जहां बच्चों ने जमकर खेलकूद और मस्ती की, यहां बच्चों के बीच वैसे खेल देखने को मिले जो विलुप्तप्राय हो चुके हैं, यह वैसे तबके के बच्चे हैं जिन्हें समर कैंप का मतलब ही नहीं पता था, आयोजकों के अनुसार जो सक्षम परिवार के बच्चे हैं वह हर वर्ष समर कैंप का आनंद लेते हैं लेकिन सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले यह निकले तबके के बच्चे समर कैंप के विषय में जानते तक नहीं है, इस कारण से मंच ने ऐसे बच्चों का चयन किया. इन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से बच्चों का मानसिक और शारीरिक दोनों तरह का विकास होगा.