
पदयात्रा का नेतृत्व ज़िला परिषद सदस्य कुसुम पूर्ति कर रही थी,पिछले कई वर्षों से खासमहल से लेकर परसुडीह, शंकरपुर,बारिगोड़ा होते हुए लगभग 8 किलोमीटर तक सड़क का हाल बेहाल है,सड़क के बीचों बीच बड़े बड़े गड्ढ़े दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहे है सड़क की स्थिति इतनी विकराल हो चुकी है कि लोगो को डर के साये इस स्थान से होकर गुजरना पड़ता है,कई बार स्थानीय लोगो ने सड़क पर उतर कर आंदोलन का रूप अख्तियार किया पर निष्कर्ष शून्य निकला, थक हार कर पंचायत प्रतिनिधियों ने इस सड़क पर धान रोपनी भी किया पर फिर भी सरकार व विधायक सांसद की नींद नही खुली,ततपश्चात अपना आक्रोष ज़ाहिर करते हुए जिला परिषद सदस्य कुसुम पूर्ति के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीण महिला पुरुषों ने जन आक्रोश पदयात्रा का आयोजन कर अपनी आवाज़ बुलंद करने का कार्य किया,जिसमे मुख्य रूप से पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस भी शामिल हुए,अपने आक्रोश को ज़ाहिर करते हुए जिला परिषद सदस्य ने राज्य की सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए जन प्रतिनिधियों पर सवाल खड़ा किये उन्होंने कहा कि सड़क की इस स्थिति ने लोगो के जान को खतरे में डाल दिया है,इस मुख्य सड़क से लोग आने जाने से कतराते है,मरीज को अगर इस सड़क से हॉस्पिटल ले जाया जाए तो रास्ते मे ही मरीज दम तोड़ देंगे गर्भवती महिला इस सड़क से जा नही सकती,बच्चे दुर्घटना के शिकार हो रहे है उन्होंने कहा इसके बाद भी अगर सरकार या जन प्रतिनिधियों की नींद नही खोली तो एक बड़ा आंदोलन का रूप अख्तियार किया जाएगा