विदित हो कि आज ही के दिन 1855 को अमर शहीद सिदो- कान्हू के नेतृत्व में हूल क्रांति की आगाज की गई थी. इधर लौहनगरी जमशेदपुर में हूल दिवस के मौके पर आदिवासी संगठनों ने एकजुट होकर रैली निकाला और एकता का संदेश दिया. आदिवासी युवा संगठन के बैनर तले एक रैली परसुडीह के शुक्ररुडीह से निकला जो बिरसानगर स्थित शहीद सिदो- कान्हू चौक पहुंच समाप्त हुआ. इस दौरान शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर स्थित शहीदों की प्रतिमाओं पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस संबंध में जानकारी देते हुए आदिवासी युवा संगठन के अरुण मुर्मू ने बताया कि इस रैली का उद्देश्य आदिवासी युवाओं को एकजुट करना और झारखंडी सभ्यता संस्कृति को बचाना है.