दक्षिणी काली माटी पंचायत क्षेत्र के साथ साथ अगर हम पूरे परसुडीह क्षेत्र की बात करें तो पूरे परसुडीह क्षेत्र के नाली का पानी इसी क्षेत्र से होकर गुजरता है, वर्तमान समय में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से पहले निचले इलाकों में पानी प्रवेश किया उसके बाद देर शाम हुई बारिश से ऊपरी इलाकों के घरों में भी नाले का पानी घुस गया, स्थिति इतनी विकराल हो गई कि रात भर लोग सो नहीं पाए आज अपने दिनचर्या के काम नहीं कर पाए घरों में अब तक चूल्हा नहीं जला है दूसरे स्थानों में लोगों को शरण लेना पड़ रहा है वैसे तो यह पंचायत क्षेत्र है जनप्रतिनिधियों द्वारा आश्वासन दिया गया था कि जल्द से जल्द स्थिति सुधार ली जाएगी पर ऐसा कुछ नहीं हुआ और जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारी अब तक क्षेत्र में झाँकने भी नही आए
इससे पहले भी जल जमाव की स्थिति होती थी पर ऐसी स्थिति इस वर्ष पहली बार हुई है क्योंकि क्षेत्र का निचला हिस्सा रेलवे के भूखंड पर है जहां से जल निकासी होती है स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेल प्रशासन द्वारा मिट्टी भर देने की वजह से ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से चौपट हो गया है रेल प्रबंधन को कई बार स्थिति से अवगत कराई गई पर जब अभी स्थिति विकराल हुई है तो उनके द्वारा साफ सफाई का प्रयास किया जा रहा है लेकिन वह भी नाकाफी साबित हो रहा है स्थानीय संतोष श्रीवास्तव बताते हैं कि दक्षिणी कालीमाटी पंचायत का मकदमपुर, शिव मंदिर ,मछुआ पाड़ा,महतो पाड़ा स्थित सभी घर जलमग्न हो गए हैं नालों का पानी घरों में घुस गया है उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया गया