
बता दें कंपनी 0.5 मिलियन टन प्रति वर्ष का एक्सटेंसन कर रही हैं, जिसके लिए जमीन का भी अधिग्रहण किया जा रहा हैं, मुख्य रूप से पर्यावरण से सम्बंधित मामलों को लेकर जन सुनवाई की गई थी, जहाँ वायु प्रदुषण, ध्वनि प्रदुषण, पर्यावरण पर इसका असर समेत कई मुद्दों पर कंपनी के अधिकारीयों ने अपना पक्ष रखा, वैसे इस जन सुनवाई मे जेमको मैदान के अधिग्रहण का मामला भी खुल कर सामने आया जहाँ क्षेत्र के निवासियों ने मैदान के अधिग्रहण का विरोध भी किया, हालांकि इस मामले मे भी जिला प्रशाशन आगे कंपनी प्रबंधन से बातचीत करेगी और इसका भी समाधान निकालेगी.