जमशेदपुर में चैत्र नवरात्र के अवसर पर छत्तीसगढ़ी समाज के द्वारा जवारा पूजा का आयोजन किया जाता है. पूरे रीति रिवाज के साथ मां दुर्गा के 9 रूप की पूजा की जाती है. 9 दिनों तक माता का पूजा करने के बाद छत्तीसगढ़ी समाज के लोग नौवें दिन मां को विदाई देती है . 9 दिन सुबह में मां की मूर्ति और मां की 9 दिन तक पूजा करने के बाद जाओ उगता है और ज्योति कलश को अपने सर पर लेकर नदी तट में से विसर्जित करती है। विसर्जन के दौरान छत्तीसगढ़ी समाज गाजे बाजे के साथ विसर्जन यात्रा निकालती है जहां महिला पुरुष सभी शामिल होते हैं यह ज्योति कलश जो महिलाएं सर पर ली है। कितने भी हवा पानी आ जाए यह ज्योति बुझती नहीं है । यही है मां की शक्ति और जितनी महिलाएं 9 दिनों तक उपवास रहती हैं वह मां से यही कामना करती है हमारा देश हमारा राज्य और हमारा परिवार इसी तरह निरंतर बना रहे इसकी कामना मां से करती हैं और नदी घाटों पर इसे भी विसर्जित कर वापस अपने घर को आती है ।