राँची: झारखंड विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन सदन में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 1 लाख 1 हजार 101 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने कहा किसान, युवा, रोजगार को समर्पित बजट है और बजट में स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि पर जोर दिया गया है। बजट में आमलोगों के सुझाव का पूरा ध्यान रखा गया है। सरकार ने बजट से पूर्व ‘हमर अपन बजट कार्यक्रम’ के माध्यम से बजट के मद्देनजर लोगों से सुझाव मांगे थे।
बजट में किसानों के लिए 25 करोड़ रुपये का कॉपर्स फंड दिया गया है। बजट में गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना का भी जिक्र किया गया है। बजट में आर्थिक प्रक्षेत्र के लिए 31891.14 करोड़ रुपये का उपबंध है। सामाजिक प्रक्षेत्र के लिए 37313.22 करोड़ रुपये का उपबंध किया गया है। वित्त मंत्री ने बताया कि बजट में महिला एवं बाल विकास के लिए 5742.32 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बजट में पूंजीगत व्यय के लिए 24827.70 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया।
वित्त मंत्री ने बताया कि राज्य को सरकार को कर राजस्व से 24 हजार 850 करोड़ रुपये मिले। केंद्रीय सहायता से 17 हजार 405 करोड़ रुपये मिले। वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार को गैर राजस्व स्त्रोतों से 13 हजार 762 करोड़ रुपये मिले। मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने बताया कि झारखंड में सकल घरेलु उत्पाद (GDP) में 4.7 प्रतिशत की गिरावट आई।
वित्त मंत्री ने कोरोना महामारी और इस दौरान लगे लॉकडाउन को जीडीपी में गिरावट का कारण बताया। सदन में वित्त मंत्री ने कहा कि राजकोषीय घाटा 11 हजार 286 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। पुनासी जल आपूर्ति योजना को 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
वित्त मंत्री ने बताया कि राज्य में पंचायती राज के लिए 2 हजार 15 करोड़ 47 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने ये भी बताया कि राज्य में 2.90 लाख लोगों को पेंशन योजना का लाभ मिला है। बजट में यूनिवर्सल पेंशन स्कीम का भी जिक्र किया गया है।
बाइट: रामेश्वर उरांव वित्त मंत्री झारखंड