सी.पी.कबीर क्लब महिला समिति के द्वारा आज दिनांक 22 जनवरी संध्या 5:00 बजे क्लब के महंत श्री विश्वनाथ कौशल जी के द्वारा कबीर साहेब जी की आरती एवं संध्या पाठ के साथ छत्तीसगढ़ के लोक पर्व छेरछेरा का कार्यक्रम हुआ. पुरखों की धरोहर और दान पुण्य का लोक पर्व है छेरछेरा। छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति और परंपराएं अपने आप में समृद्ध है इनमें से एक है दान का महापर्व छेरछेरा जो पुष्य पूर्णिमा को परंपरागत तरीके से हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है लोग टोलियां बनाकर घर-घर जाकर चेहरा मांगते हैं दान के रुप में दाल चावल धान, कोदो, सब्जी तथा फल। दान किये गये सारी सामग्री को भोजन बनाकर प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है ,जिस टोकरी में दान की सामग्री लेते हैं, उसे जमीन पर रखकर महिलाएं उसके चारों तरफ गोल घूम घूम कर छेरछेरा का गाना गाकर छत्तीसगढ़ी नृत्य करती है।
गाना– छेरिक छेरा, छेर मरकनीन छेरछेरा
माई कोठी के धान ला हेर-हेरा,अरन बरन कोदो दरन, जभे देबे तहे टरन। कार्यक्रम में शामिल महिलाएं श्रीमती देवकी साहू , जमुना देवी, हेमा साहू, नीतू साहू, नूतन साहू, अनीता साहू, मंजू साहू, मैना देवी, पूनम साहू
पुरुष वर्ग – मनमोहन लाल साहू, चंद्रिका प्रसाद, सुकालू प्रसाद, अजय कुमार, जितेंद्र कुमार, संतोष कुमार।