
जिसमें भाकपा माओवादी के केंद्रीय कमेटी के एक करोड़ इनामी सदस्य सहदेव सोरेन शामिल है. इसके साथ स्पेशल एरिया कमांडर 25 लाख इनामी रघुनाथ हेंब्रम और जोनल कमेटी मेंबर 10 लाख इनामी वीरसेन गंझू को मार गिराया गया है.
हजारीबाग पहुंचे डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि यह झारखंड पुलिस ही नहीं बल्कि कोबरा, सीआरपीएफ, इंटेलिजेंस, ऑपरेशन सबकी सम्मिलित रूप से बढ़ी उपलब्धि प्राप्त कि है. हमें अपने पुलिस पदाधिकारी पर गर्व है. नेता प्रतिपक्ष सह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के पुत्र की हत्या में भी यह नक्सली संलिप्त था. जवानों 183 रायफल लूट लिया था. यही नहीं दर्जनों पुलिस की जवानों की हत्या का भी आरोपी था. झारखंड पुलिस ने पिछले दिनों की बात की जाए तो जनवरी से लेकर अब तक 29 नक्सलियों को झारखंड के जवानों ने मार गिराया है. नक्सलियों के खिलाफ लगातार बड़ा ऑपरेशन चलाया जा रहा है और हर ऑपरेशन के बाद जवानों का कहना है कि यह दिल मांगे मोर.
पिछला इतिहास को देखा जाए तो अब तक झारखंड में 1 साल के अंतर्गत इतनी बड़ी कार्रवाई कभी नहीं हुई है. जो यह स्पष्ट करता है कि झारखंड पुलिस नक्सलियों के खत्म के लिए वचनबद्ध है.
हजारीबाग पहुंचे डीजीपी ने कहा कि इस क्षेत्र से नक्सली समाप्त हो चुके हैं चाईबासा के सारंडा क्षेत्र में कुछ नक्सली जरूर सक्रिय हैं. पुलिस उनके पीछे लगी हुई है झारखंड पुलिस का इंटेलिजेंस परफेक्ट हे जिसके आधार पर ही कार्रवाई की जा रही है और पुलिस को पता है कि एक-एक नक्सली कहां है. पुलिस की सेटेलाइट हर नक्सली को देख रही है नक्सली सुरेंद्र करें या ऊपर जाएं.
अनुराग गुप्ता ( डीजीपी jharkhand)
