
सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार जलसाज पर आरोप है कि उसने खनन विभाग, आयकर विभाग और कृषि विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र बनाकर कुल 9 लाख 50 हजार रुपये की ठगी की है. अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने अभियुक्त प्रसन्जीत नाहा को गिरफ्तार किया. पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार किया है. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने कांड में प्रयुक्त एचपी कंपनी का लैपटॉप, फर्जी जॉब ऑफर लेटर, खनन एवं भूविज्ञान विभाग, कृषि विभाग और जीएसटी विभाग के फर्जी सरकारी मुहर तथा उम्मीदवारों के मार्कशीट बरामद कर जप्त किया गया है. पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि अभियुक्त पूर्व में भी इसी तरह फर्जी दस्तावेज बनाकर कई उम्मीदवारों से ठगी और धोखाधड़ी कर चुका है. पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है.
