*सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष विजय आनंद मूनका के नेतृत्व में अन्य पदाधिकारीगण मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, पुनीत कांवटिया, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, सचिव अधिवक्ता अंशुल रिंगसिया, बिनोद शर्मा ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता, भा.पु.से. से रांची स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात कर जमशेदपुर से संबंधित निम्नलिखित विभिन्न मुद्दों पर उनका ध्यानाकृष्ट कराया। पारडीह काली मंदिर से डिमना चौक तक पूरे रास्ते में सड़क के किनारे भारी वाहनों ट्रक टेªलर आदि को खड़े कर दिये जाते हैं और वहां पर ट्रकों की रिपेयरिंग दुकानें कई स्थानों पर खोल दी गई है। यह जमशेदपुर का इंट्री प्वाइन्ट है जिसमें वाहनों का आवागमन काफी ज्यादा होता। ट्रकों के सड़क किनारे खड़े कर दिये जाने और रिपेयरिंग दुकानों की वजह से जाम की स्थिति उत्पन्न होती है और दुर्घटना होने की संभावना हमेशा बनी रहती है। इसलिये इसपर रोक लगाई जानी चाहिए। साईबर क्राईम की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई हो तथा इसके निराकरण हेतु दक्ष पदाधिकारियों की नियुक्ति हो। जमशेदपुर में ट्राफिक व्यवस्था की स्थिति मंे सुधार की आवश्यकता है। आदित्यपुर मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर में आये दिन चोरी की घटनायें हो रही है। यहां पर पुलिस पेट्रोलिंग दिन एवं रात में बढ़ाई जाय तथा यहां पुलिस टीओपी की स्थापना की अति आवश्कता है। चैम्बर के प्रतिनिधिमंडल ने जमशेदपुर के ज्वेलरी दुकान में लूटपाट की घटना पर भी चर्चा की और पुलिस प्रशासन के कार्रवाई से अपराधियों की गिरफ्तारी पर खुशी जाहिर करते हुये जमशेदपुर पुलिस प्रशासन की प्रशंसा की और भविष्य में ऐसी लूटकांड की घटनाओं पर रोक लगाने हेतु उचित कदम उठाने का आग्रह भी किया। इसके अलावे चैम्बर ने अन्य विभिन्न मांगों को पुलिस महानिदेशक के समक्ष रखा।इसपर पुलिस महानिदेशक उक्त मांगों पर ध्यान देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि एक समय यह नारा दिया जाता था कि जय जवान जय किसान लेकिन वर्तमान समय में छोटे व्यापारियों की संकट के समय समाज के प्रति किये गये कार्यों और राज्य के प्रति विकास में उनकी भागीदारी को देखते हुये अब इसे जय जवान, जय किसान और जय छोटे व्यापारी बोला जाना चाहिए। डीजीपी ने कहा कि छोटे व्यापारी राज्य के विकास की धरोहर हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को कभी भी कोई कानून व्यवस्था से संबंधित समस्या उत्पन्न होती और उसका निदान त्वरित नहीं होता है तो व्यापारी उनसे संपर्क कर सकते हैं।