41 वर्षों से लगातार डाक बम बनकर बाबा के दरबार पहुंच जल चढ़ाती है । पिछले साल एक्सीडेंट में उनका घुटना टूट गया था इस कारण नहीं जा पाईं थी पर इस बार इस टूटे हुए घुटना के साथ ही बाबा के दरबार के लिए निकल पड़ी है। इस बार प्रत्येक सोमवारी को वे उज्जैन के महाकाल के दरवार के अलावा अन्य ज्योर्तिलिंगों का दर्शन करेगीं साथ ही बताया कि यह बाबा की ही कृपा है कि वो जा रही है । विहार की रहने वाली 72 वर्षीया कृष्णा रानी को कृष्णा बम या माता बम के नाम से कांवरिया पथ पर जाना जाता है. वो इस बार से भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच निकल चुकी है। कोरोनाकाल को छोड़कर 41 वर्ष तक लगातार हर सोमवार को वो जल लेकर सुल्तानगंज से देवघर जाती रहीं. सुल्तानगंज से जल उठाने के बाद उन्होंने देवघर बाबाधाम तक की 108 किलोमीटर लंबी दूरी।के लिए निकल पड़ी है । कृष्णा बम का डाक कांवर ले जाने को देखते हुए प्रशासन ने उनकी सुरक्षा और मदद के लिए फोर्स लगा दी है उनको सहारा देने वालों का कच्ची कांवड़िया पथ पर प्रशासन सहीत भक्तों का तांता लगा रहता है. सुल्तानगंज से जल भर डाक बम जैसे ही मुंगेर जिला के कच्ची कांवड़िया पथ पर पहुंचते ही जिला प्रशासन और भक्तों के उनको सहारा दे आगे बढ़ाने का काम करते दिखे ।