जमशेदपुर: साइबर ठगी के मामले में आये दिनों खाताधारक यह शिकायत करते हैं कि अवैध निकासी में बैंक के कर्मचारी और बैंक के मैनेजर की भी मिलीभगत हो सकती है. इसके पहले तक तो जमशेदपुर में किसी भी बैंक प्रबंधक को गिरफ्तार करके जेल नहीं भेजा गया था, लेकिन ताजा मामला सामने आया है. इसमें साकची के पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर को ही मिलीभगत के आरोप में गिरफ्तार करके बुधवार को जेल भेज दिया गया है. उनके खिलाफ 18.90 लाख रुपये की अवैध निकासी में मिलीभगत का आरोप लगा है. जांच में साइबर पुलिस ने इसे सही पाने के बाद ही इस तरह की कार्रवाई की है.चार फर्जी चेक से हुई थी रुपये की निकासी
यह मामला 13 मार्च को साइबर थाना बिष्टुपुर में पहुंचा था. मामले में खाताधारक ने मैनेजर को भी आरोपी बनाया था. घटना के दिन चार फर्जी चेक से रुपये की निकासी करने का काम किया गया था. जिस नंबर की चेक का उपयोग किया गया था. वह खाताधारक के पास ही था, लेकिन ठीक उसी तरह का चेक फर्जी तरीके से जमा करके रुपये की निकासी कर ली गयी थी. इसमें गाजियाबाद, पटना व अन्य जगहों पर रुपये को ट्रांसफर करने का काम किया गया था.
संयुक्त खाता में एक का ही था हस्ताक्षर
पूरे मामले की जांच में साइबर पुलिस ने बताया कि खाता गोलमुरी रिफ्यूजी कॉलोनी के रहने वाले कुलदीप कौर और भगवंत सिंह के नाम पर संयुक्त रूप से था, लेकिन चेक से रुपये निकासी के समय सिर्फ एक व्यक्ति का ही हस्ताक्षर पाया गया. ऐसे में रुपये की निकासी कैसे कर ली गयी. पुलिस के लिये जांच का विषय था. पूछताछ में यह साफ हो गया कि बैंक के मैनेजर की भी मिलीभगत है इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
रांची डोरंडा के रहने वाले हैं बैंक मैनेजर
बैंक मैनेजर की बात करें तो किर्तीचद्र खालको 56 साव ऑफिस पारा डोरंडा रांची के रहने वाले हैं. वे वर्तमान में पीएनबी साकची के बैंक मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. उनपर हेरा-फेरी करने का आरोप लगाते हुये साइबल पुलिस ने गिरफ्तार करके बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेजा. कोर्ट ने मामले की सुनवायी करते हुये आरोपी को जेल भेज दिया है