
कुल 28 बेरोजगार युवाओं से ठगी का शिकार बनाया गया है। युवाओं को उन तमाम प्रक्रियाओं से गुजारा गया जो आमतौर पर नौकरी के लिए आवश्यक होती है । रोस्टर और उपायुक्त कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर नाम भी प्रसारित किए गए और नियुक्ति पत्र भी स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजा गया लेकिन जब वह योगदान देने पहुंचे तो पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है ।अब ठगी के शिकार युवा न्याय की गुहार लगाने दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं। अंतत वह धनबाद उपायुक्त के समीप गुहार लगाने पहुंचे। पीड़ितों ने बताया कि नौकरी के नाम पर सभी से ठगी हुई है।वे लोग सबसे पहले सिटी एसपी से मिले उन्हें बरवाअड्डा थाना में जाकर शिकायत करने को कहा गया। इसके बाद सभी पीड़ित बरवाअड्डा थाना पहुंचे तो वहां पता चला कि पीड़ित लोग निरसा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। ठगी करने वाला विकास और दीपक ,कुल्टी पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। इसके बाद सभी को निरसा थाना में जाने को कहा गया।वे लोग पश्चिम बंगाल कुल्टी थाना भी गये थे वहां बताया गया कि घटना धनबाद के पुराना और नये डीसी कार्यालय में अंजाम दिया गया है इसलिए प्राथमिकी वहीं दर्ज होगी।अब सभी पीड़ित युवक व युवतियों ने आज धनबाद उपायुक्त से मुलाकात कर अपनी फरियाद सुनाई है।पीड़ित 28 युवाओं ने बताया कि विकास कुमार कुल्टी में एक किराये के मकान में रहता था। यहां उसने अपने आसपास के युवकों को महज 35 हजार रुपये में सरकारी नौकरी दिलाने का वादा किया। और समय दर समय और पैसे ऐंठते रहे ।वहीं पूरे मामले में धनबाद उपायुक्त माधवी मिश्रा ने कहा कि ठगी के शिकार युवाओं ने उनसे मुलाकात की है उन्होंने सिटी एसपी को मामले की जांच का निर्देश दिए हैं। बहुत जल्द जो लोग इसमें दोषी होंगे और जो पर्दे के पीछे से पूरे नेक्सेस को संचालित कर रहे होंगे उन पर कार्यवाई होगी। वह जेल जाएंगे अगर इस मामले में कोई उपायुक्त कार्यालय का कर्मी भी दोषी पाया गया तो उसे भी कार्रवाई के जद में लाकर उसे भी जेल भेजा जाएगा।