बेहरा ने बड़ी साफगोई से कहा कि “राज्य में प्रतिभा की कमी नहीं, बल्कि सिस्टम की कमी है..उनका संकल्प है एक ऐसा सिस्टम खड़ा करने का जो हर गाँव के खिलाड़ी को खेलने, सीखने और चमकने का मौका दे और यही है झारखंड क्रिकेट को जमीनी स्तर से ऊँचाइयों तक ले जाने की असली कुंजी साबित होगी. उन्होंने कहा की वे इस चुनाव को पावर की नहीं, पोटेंशियल की लड़ाई मानते हैं। उनकी यही सोच है कि वे केवल कुर्सी के लिए नहीं, बल्कि झारखंड के हजारों युवाओं के सपनों के लिए मैदान में हैं। उनकी योजनाओं से झारखंड भारत को बेहतरीन क्रिकेटर्स देने के साथ-साथ, झारखंड प्रीमियर लीग , वूमेन प्रीमियर लीग, IPL और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट आयोजनों के जरिए राज्य की अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा दे सकता है।
