एजीएम शनिवार रात ही टाटानगर पहुंच गए थे. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत उन्होंने सबसे पहले सभी अधिकारियों के साथ एक मीटिंग की और फिर गार्ड लॉबी में जाकर निरीक्षण किया. यहां से निकलकर वे सीधे सकेंट इंट्री गेट के पास पहुंचे. सकेंड इंट्री गेट पर वाटर फिलटर से फर्श पर गिर रहे पानी को देखकर भड़क उठे और संबंधित अधिकारी फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द ठीक करने का निर्देश दिया. इसके बाद उन्होंने पार्सल रुम का भी निरीक्षण किया.पत्रकारों को संबोधित करते हुए एजीएम अनिल दुबे ने कहा कि ट्रेनों की सेफ्टी और पैसेंजर को मिलने वाली सुविधा उनके लिए पहली प्राथमिकता है. निरीक्षण के दौरान भी इसी बात को देखा गया. वहीं रेल मदद ऐप में आने वाली शिकायतों से कैसे निपटा जा सके इस बारे में भी चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि सेक्शन में एक बार में 84 से 90 ट्रेने संचालित हो रही है जिस कारण कई ट्रेने लेट चलती है. वहीं कई बार ब्लॉक लेने के कारण भी ट्रेने लेट चलती है. उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को बताया गया कि नाइट इंस्पेक्शन पार ज्यादा ध्यान दिया जाए और स्थानीय लोगों से संपर्क बनाए ताकि दुर्घटना को कम किया जा सके.