रांची: पुलिस मुख्यालय में डीजीपी नीरज सिन्हा ने बुधवार को सभी जिलों के एसएसपी-एसपी, रेंज डीआइजी, जोनल आइजी के साथ अपराध की समीक्षा पर वीडियो कांफ्रेंसिंग की।
बैठक का विषय था जिलों में हत्या, डकैती, लूट, फिरोती के लिए अपहरण, भयादोहन, दुष्कर्म, संगठित अपराध व लंबित कांडों के निष्पादन की दिशा में क्या हुई और क्या हो रही कार्रवाई। हाल के दिनों में घटित घटनाओं की समीक्षा के दौरान डीजीपी सख्त दिखे। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि इन घटनाओं के चलते विधि-व्यवस्था के प्रति लोगों की धारणा पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ा है।
*क्राइम कंट्रोल एक्ट (सीसीए) के तहत होगी कार्रवाई*
डीजीपी ने यह आदेश भी दिया कि इन घटनाओं में शामिल अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करें। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी आदेश दिया कि ऐसे कुख्यात अपराधी जो वर्तमान में जमानत पर रहने के बावजूद आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं उनके विरुद्ध जमानत रद कराने की कार्रवाई करें। उनके विरुद्ध क्राइम कंट्रोल एक्ट (सीसीए) के तहत कार्रवाई करें। सीसीए के तहत आवश्यकतानुसार अपराधियों को तड़ीपार करने व उनकी थाना हाजिरी कराएं। राज्य में लंबित कांडों के अनुसंधान की समीक्षा करते हुए डीजीपी ने कहा कि सभी लंबित अनुसंधान को तत्परता से पूरा कराएं। वैसे अनुसंधानकर्ता जो लापरवाही पूर्वक कांड का अनुसंधान कर रहे हैं और कांडों को लंबित रख रहे हैं, उन्हें चिह्नित कर उनके विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई करें।
*संगठित अपराधियों की सूची तैयार कर गतिविधियों की होगी निगरानी*
डीजीपी ने जिलों केा आदेश दिया है कि राज्य में संगठित अपराध में शामिल गिरोह के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें। संगठित अपराध के गिरोह के सभी सदस्यों की सूची तैयार कर उनकी गतिविधियों पर नजर रखें। कुख्यात अपराधियों के विरुद्ध वैसे कांड का चयन करें, जिसमें बेहतर साक्ष्य उपलब्ध है, उसका स्पीडी ट्रायल कराएं। संगठित अपराध गिरोह की अवैध आर्थिक गतिविधियों जैसे कोयला, बालू व जमीन के अवैध कारोबार में शामिल हैं तो उनपर कठोरता से नियंत्रण के लिए आवश्यक कार्रवाई करें।
*डीजीपी ने यह निर्देश भी दिया*
अपराध नियंत्रण के लिए जिला या क्षेत्र स्तर पर समय तथा स्थान बदल-बदल कर प्रभावी चेकिंग अभियान चलाएं।
वैसे जिले जहां विकास कार्य चल रहा है, वहां आपराधिक गिरोह की गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए नए पुलिस पिकेट तथा सुरक्षा के लिए सतत निगरानी रखें।
जेल से आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कारा प्रशासन से समन्वय कर विभिन्न काराओं में बंद कुख्यात अपराधियों व उनके गिरोह के सभी सदस्यों की गतिविधियों पर कठोर नियंत्रण रखें।
सभी जिलों में वारंटियों तथा विभिन्न कांडों में फरार चल रहे अभियुक्तों के विरुद्ध विशेष छापेमारी अभियान चलाकर उनकी गिरफ्तारी करें। सीआइडी इस अभियान के फलाफल की समीक्षा करेगी।
साइबर कांडों के अनुसंधान के लिए जिला स्तर पर विशेष टीम गठित कर लंबित अनुसंधान को पूरा करने का निर्देश दिया। जिन कांडों में राज्य के बाहर के अभियुक्त हैं, उनकी गिरफ्तारी की आवश्यकता है। उनके लिए जिला स्तर पर टीम भेजकर गिरफ्तारी पूरी करें।
कोयला, बालू, पत्थर व अन्य अवैध कार्य पर प्रत्येक जिले में सख्ती से अंकुश लगाएं। इस संदर्भ में कोई शिकायत मिलती है तो स्थानीय पदाधिकारी को जिम्मेवार मानते हुए कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई करें।
पुलिस मुख्यालय में ये रहे मौजूद
डीजीपी नीरज सिन्हा, एडीजी सीआइडी प्रशांत सिंह, एडीजी अभियान संजय आनंदराव लाठकर, आइजी अभियान अमोल वी. होमकर, आइजी प्रोविजन सह विशेष शाखा प्रभात कुमार, आइजी रांची प्रक्षेत्र पंकज कंबोज, डीआइजी सीआइडी सुनील भास्कर, एसपी सीआइडी कार्तिक एस व एसपी एटीएस प्रशांत आनंद पुलिस मुख्यालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के वक्त मौजूद रहे।