केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों को निरस्त कर चार श्रम कोड लागु किये जाने के विरोध मे इसका आवाहन किया गया, जमशेदपुर मे इस निमित्त एक वार्ता का आयोजन संयुक्त ट्रेड यूनियनों के द्वारा आयोजित किया गया, यूनियनों के पदाधिकारियों ने बताया की आज देश मे श्रमिक अधिकार हीन होते जा रहे हैँ, खासकर असंगठित मजदूरों के ऊपर तमाम उद्योग घराने शोषण कर रहे हैँ, उनसे आठ घंटे के बजाये 12 घंटे ड्यूटी करवाई जा रही हैँ, उन्हें ओवरटाइम वेतन, बोनस, ग्रेजुएटी, अवकाश जैसे मुलभुत सुविधाओं से भी वंचित किया जा रहा हैँ, मजदूरों ने आंदोलन के बल पर जो अधिकार क़ानून के रूप मे हासिल किया था उन्हें केंद्र सरकार ने निरस्त कर उद्योग घरानो के हित मे चार श्रम कोड बनाया हैँ, जिसका विरोध देश के मजदूर एवं तमाम ट्रेड यूनियन विरोध कर रही हैँ, और इसी के निमित्त आगामी 9 जुलाई को देश व्यापी हड़ताल किया जा रहा हैँ.
