
रविवार देर रात मानगो थाना परिसर उस समय तनाव का केंद्र बन गया, जब दो गुटों के बीच अचानक हिंसक झड़प हो गई। थाना के भीतर ही दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला कर दिया, जिससे हालात बेकाबू हो गए और अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान मारपीट और तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुईं, जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें आईं।
हंगामे के दौरान थाना परिसर में लगे मंदिर की संरचना गिर गई, कई कुर्सियां टूट गईं और जरूरी फाइलें बिखर गईं। फाइल रखने वाले स्टैंड को भी नुकसान पहुंचा। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी, जिसके बाद क्यूआरटी को बुलाया गया। सूचना मिलते ही डीएसपी हेडक्वार्टर-1 भोला प्रसाद थाना पहुंचे और मामले की जांच शुरू की।
पुलिस ने घटना में शामिल चार लोगों को हिरासत में लिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि विवाद की शुरुआत रविवार रात करीब 8:30 बजे मानगो रोड नंबर-1 पर कार टकराने की घटना से हुई थी। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में पहले सड़क पर मारपीट हुई, जिसमें दोनों ओर से चार लोग घायल हो गए। इसके बाद दोनों पक्ष शिकायत दर्ज कराने थाना पहुंचे, जहां आमने-सामने होने पर विवाद दोबारा भड़क उठा और हिंसक रूप ले लिया।
एक पक्ष के साद सईद खान का आरोप है कि कार टकराने के बाद सायान अहमद ने अपने साथियों अंजू और सरफराज के साथ मिलकर हमला किया। उस्तरा से किए गए हमले में सैफ अली और अमीर आलम घायल हो गए। वहीं, दूसरे पक्ष के मुख्तार अहमद का कहना है कि सायान अपने साथियों के साथ कार से जा रहा था, तभी रहमत खान और उनके बेटों ने कार पर पथराव कर दिया, जिसमें संजू गंभीर रूप से घायल हो गया।
फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर मामले की विस्तृत जांच कर रही है।
