
इसके लिए नगर निगम जल्द ही “स्वस्थ भारत अभियान” के तहत “स्वस्थ आदित्यपुर, सुंदर आदित्यपुर” योजना शुरू करने जा रही है. इस योजना के तहत उन गलियों और इलाकों तक सफाई सेवाएं पहुंचाई जाएंगी जहां पहले नगर निगम की गाड़ियां नहीं पहुंच पाती थीं. आपको बता दें कि सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए नगर निगम ने 30 सफाई रिक्शा ठेला और 100 हैंड ट्रॉली की व्यवस्था की है. ये रिक्शा और ट्रॉली संकरी गलियों और दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर घर- घर से कचरा एकत्र करेंगे. नगर निगम के प्रशासक की मानें तो यह सेवा चार से पांच दिनों के भीतर शुरू कर दी जाएगी. वैसे इसके लिए लोगों को शुल्क भी चुकाने पड़ेंगे. बताया जा रहा है कि घर- घर से कचरा उठाने के लिए लोगों से प्रति माह 30 से 50 रुपये शुल्क लिया जाएगा. वैसे शुल्क तो पहले भी लिया जाता था मगर सफाई भगवान भरोसे चल रही थी. घर- घर कचरा उठाव न के बराबर होती है. अब इस नई पहल से लोगों को कितना लाभ होता है यह तो आनेवाला समय ही बतायेगा. नगर निगम ने नागरिकों से अपील की है कि वे सड़क पर कचरा न फेंकें और निर्धारित गाड़ी या रिक्शा में ही कचरा डालें. निगम का मानना है कि नागरिकों के सहयोग से ही स्वच्छ और सुंदर आदित्यपुर का निर्माण संभव होगा. एक तरफ नगर निगम में सफाई कर्मियों की किल्लत है. करीब हर महीने सफाई कर्मियों की हड़ताल से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. दूसरी तरफ नगर निगम एक नया झुनझुना लेकर आ रहा है. तो तैयार रहिये आप भी “स्वच्छ भारत मिशन” का नया झुनझुना बजाने के लिए.
