रिपोर्टर – जितेन सार
क्षेत्र – सिल्ली
चुआड़ विद्रोह में अंग्रेजों से लोहा लेने वाले क्रांतिकारी वीर शहीद रघुनाथ महतो की आज शहादत दिवस मनायी गयी। इस अवसर पर सिल्ली के लोटा किता में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो समेत आजसू के पूर्व मंत्री और विधायकों ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में उपस्थित आजसू सुप्रीमो सह पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो ने कहा कि वर्त्तमान सरकार आंदोलनकारियों और शहीदों को भुलाने का काम कर रही है। आजसू लगातार देश की आजादी में हुए शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को शोध के माध्यम से उजागर करने का कार्य कर रही है। झारखंड में क्रांतिवीरों की कमी नहीं है। कोल विद्रोह, चुआड़ विद्रोह, संथाल विद्रोह और मुंडा विद्रोह इसके उदाहरण हैं। संथाल विद्रोह में दस हजार संथाल शहीद हुए जिसे इतिहासकारों ने इतिहास में जगह नहीं दी लेकिन अंग्रेजों ने अपनी पूर्व की रचनाओं में उसका वर्णन किया है।
शहीद रघुनाथ महतो की शहादत दिवस में शहीद के वंशजों को शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया साथ ही शहीदों की शोध में शामिल बुद्धिजीवी और रचनाकारों को भी सम्मानित किया गया।
आजसू प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत, चंदनकियारी विधायक सह पूर्व मंत्री उमाकांत रजक, पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस, गोमिया विधायक लंबोदर महतो, जिला परिषद अध्य्क्ष निर्मला भगत, उपाधयक्ष वीणा चौधरी समेत बड़ी संख्या में आजसू के कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।