योजना के तहत 18 से 45 आयुवर्ग के लोगों को प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़ा जाएगा
समाहरणालय परिसर से जिला दण्डाधिकारी-सह-उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल ने दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जागरूकता रथ के माध्यम से सभी प्रखंडों में घूम घूमकर युवाओं को योजना से जुड़ी महत्पूर्ण जानकारी प्रदान की जायेगी। योजना के तहत युवाओं और बेरोजगारों को बेहतर भविष्य और रोजगार प्रदान करने के लिए निःशुल्क रोजगार परक प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षण प्रदान कर स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से यह योजना संचालित है जिसके तहत महिलाओं को सिलाई कढ़ाई, नर्सिंग, बिजली मिस्त्री के साथ विभिन्न क्षेत्रों एवं पुरुषों को विभिन्न तकनीकी कौशल प्रशिक्षण दिया जाता है। योजना के तहत 3 माह से लेकर 2 साल तक के प्रशिक्षण प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा जिसमें प्रशिक्षणार्थियों को किसी भी तरह का कोई भी खर्च वहन नहीं करना होगा। सरकार द्वारा प्रशिक्षणार्थी को प्रशिक्षण के दौरान रहने, खाने सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है।
उक्त अवसर पर उप विकास आयुक्त, एसडीएम, डीपीएम जेएसएलपीएस सहित अन्य उपस्थित थे।