जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेसन की सदस्य अस्मिता दोरजी एक नए इतिहास को लिखने की और अग्रसर है, दरअसल अस्मिता इस बार एवेरेस्ट फतह करने निकलेंगी वो भी बिना सप्लीमेंट ऑक्सीजन के, अगर वो इसमें सफल होती है वो पहली भारतीय महिला पर्वतारोही बनेंगी जो इस मुकाम को हासिल करेंगी।
मंगलवार को जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कंपलेक्स में टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेसन ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान टाटा स्टील के वीपी चाणक्य चौधरी ने इसकी जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने बताया अस्मिता दोरजी पिछले कई वर्षों से फाउंडेसन से जुड़ी रही है और पहली एवेरेस्ट विजेता बचेंद्री पाल की शागिर्द रही है। कई पर्वत शिखर को भी फतह कर चुकी है। इस बार उन्होंने कुछ अलग हटकर करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत बिना सप्लीमेंट ऑक्सीजन के वे एवरेस्ट फतह करने की कोशिश करेंगी। जो अपने आप मे एक बड़ी कोशिश है। टाटा स्टील कॉरपोरेट के वीपी चाणक्य चौधरी ने उन्हें अपनी शुभकामनाये देते हुए कहा उन्हें पूर्ण विश्वास है अस्मिता इस प्रयास में सफल होंगी। उन्होंने कहा यात्रा सफल करने के बाद अस्मिता दोरजी पहली भारतीय महिला पर्वतारोही बनेंगी। वही जानकारी देते हुए अस्मिता दोरजी ने बताया बचपन से ही पिता से शिक्षा लेकर सफर किए हैं। बचेंद्री पाल के देखरेख में बड़े हुए हैं। बरसों से प्रयास के बाद ऐसा अनुभव लगता है इस बार का सफर बिना सप्लीमेंट ऑक्सीजन के ही कर सकते हैं। जिसका प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया 3 अप्रैल को लंबे सफर तय कर इतिहास लिखने की ओर अग्रसर होंगे जिसमें टाटा स्टील का सहयोग रहेगा।