दुमका: यूक्रेन में झारखंड की उपराजधानी दुमका के दो छात्र फंसे, देखे वीडियो

दुमका: यूक्रेन में झारखंड की उपराजधानी दुमका के दो छात्र फंस गए है। दोनों यूक्रेन की राजधानी कीव से करीब 269 किमी दूर विनितिस्या में नेशनल पिरोगोव मेमोरियल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के छात्र है। दोनों छात्रों ने कुछ दिन पहले यूक्रेन और रूस के बीच तनातनी और युद्ध की आशंका को देखते हुए फ्लाइट की टिकट भी ली थी लेकिन रूसी हमले की वजह से हवाई सेवा रद्द हो जाने से वे फंस गए। छात्रों ने यूक्रेन से वीडियो भी भेजा है और वीडियो में वहाँ की भयावह स्थिति के बारे में जिक्र किया है। दोनों छात्रों एवं उनके परिजन परेशान है और प्रधानमंत्री से सकुशल घर वापसी के लिए गुहार लगा रहे है। यूक्रेन के विनितिस्या नेशनल पिरोगोव मेमोरियल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस थर्ड ईयर के छात्र अल्कमा आदिल बीते वर्ष अक्टूबर में परिवार के साथ छुट्टियां बिताने के बाद खुशी खुशी अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए वापस यूक्रेन चले गए लेकिन अल्कमा आदिल ने कभी सोचा नहीं था कि कुछ ही महीनों में हालात इतनी खराब हो जाएगी कि वहाँ से भारत लौटना चुनौती भरा होगा।अल्कमा आदिल के पिता डॉ0 हनीफ दुमका के एसपी महिला कॉलेज में अंग्रेजी के प्रोफेसर है। डॉ0 हनीफ ने अपने इकलौते पुत्र अल्कमा आदिल से फोन पर बात की। अपने बेटे को हर पल हौसला दे रहे है और वहाँ की स्थिति की भी जानकारी ले रहे है। उन्हें भरोसा है कि उनके पुत्र और बाकी सभी छात्रों को भारत वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री ठोस पहल करेंगे। उन्होंने कहा कि अल्कमा ने अपने भारतीय दोस्तों के साथ भारत लौटने की तैयारी भी कर ली थी। 27 फरवरी को उसका फ्लाइट था लेकिन हमले के बाद विमान सेवा रद्द कर दी गयी है। डॉ0 हनीफ ने कहा कि बेटे ने बताया यूक्रेन में बहुत ही डरावना मंजर है। पूरा परिवार सहमा हुआ है।भारतीय दूतावास से बहुत मुश्किल से बात हो पा रही है। दूतावास सीमावर्ती क्षेत्र में जाने के लिए कह रहा है। कहा कि सरकार इस ओर पहल करें और दूतावास के माध्यम से छात्रों को ऐसे निकटवर्ती क्षेत्र में ले जाये जहाँ से भारत के लिए विमान सेवा उपलब्ध हो।
वहीं दुमका शहर के हरनाकुण्डी के ही बीरेंद्र साह के छोटे पुत्र आदित्य कुमार भी यूक्रेन में फंसे हुए है। आदित्य कुमार भी विनितिस्या नेशनल पिरोगोव मेमोरियल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे है। आदित्य बीते वर्ष अगस्त में दुमका में कुछ समय छुट्टियां बिताने के बाद यूक्रेन चले गए। आदित्य के मां और पिता सरकार से अपने बेटे की सकुशल घर वापसी के लिए गुहार लगा रहे है। आदित्य ने वीडियो भेजकर परिजनों को वहाँ की भयावह स्थिति के बारे में बताया। वीडियो में आदित्य ने बताया कि सभी को 10 से 15 दिनों का भोजन स्टॉक करने के लिए कहा जा रहा है। ऑनलाइन पेमेंन्ट की जगह कैश लिया जा रहा है। पानी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। कब कहाँ मिसाइल और बम गिरेंगे इसे लेकर सभी छात्र काफी सहमे और डरे हुए है। आदित्य की माँ पूजा कुमारी ने कहा कि यूक्रेन में हालात काफी भयावह है। सुनकर रोम सिहर उठता है। किसी तरह मेरा और बाकी सभी छात्र वापस लौट जाए। प्रधानमंत्री से अपील है कि वे जल्द इस दिशा में ठोस पहल करें।
बहरहाल अब परिजनों की आस सरकार पर टिकी है। परिजन इसी उम्मीद में है कि जल्द युद्ध खत्म हो और उनके बच्चे वापस घर लौट आए।

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