जमशेदपुर के खास महल स्थित सदर अस्पताल के ए एन एम स्कूल में वेक्टर बोर्न डिजीज के बचाव और नियंत्रण के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जहां उपस्थित स्वास्थ्य कर्मचारियों को किस तरह से इन बीमारियों को पहचान कर इसका इलाज करना है इसकी जानकारी साझा की गई थी.
वेक्टर बोर्न डिजीज के अंतर्गत मलेरिया फलेरिया डेंगू चिकनगुनिया और जे ई जैसे रोग मुख्य तौर पर आते हैं, इन रोगों की पहचान कैसे होगी इनकी रोकथाम के लिए किस तरह से मरीजों का इलाज करना है कहने का मतलब है लक्षण कारण एवं बचाव पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया जहाँ इस प्रशिक्षण में आयुष एम ओ, मेडिकल ऑफिसर, एएनएम,सी एच ओ मुख्य रूप से शामिल हुए वही जानकारी देते हुए वीभीडी पदाधिकारी मेरी कोलंदिया ने बताया कि आयुष एमओ, मेडिकल ऑफिसर, ए एम एन,सी एच ओ हमेशा ओपीडी पर उपलब्ध रहते हैं ऐसे में वेक्टर बोर्न डिजीज से संबंधित जितने भी पांच प्रकार के लोग हैं उनकी पहचान कैसे कर मरीजों का उपचार शुरू करना है इस पर विशेष जानकारी साझा की गई.