बोकारो वन विभाग द्वारा बोकारो स्टील प्लांट को दी गई 95 एकड़ वन भूमि के वापस नहीं लौटाने का मामला पेचीदा बन गया है।

कोर्ट के आदेश के बाद अधिकारियों के भी खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई, मालूम हो यह वन भूमि बोकारो स्टील प्लांट को 1962 को दी गई थी नियम यह है कि जिस मकसद से बनभूमि दी गई है अगर उसका उपयोग समय पर नहीं करेंगे तो उस वन भूमि को वन विभाग को वापस करना होगा इसी नियम का हवाला देते हुए बोकारो वन विभाग ने बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन को तेतुलिया बनाया मौजा के 95 एकड़ वन भूमि की वापसी का दबाब बनाया तो बोकारो स्टील प्लांट ने उक्त जमीन से हाथ खींच लिए। इस दौरान यह पता चला कि बोकारो स्टील प्लांट को दी गई यह वन भूमि साजिश के तहत भू माफियाओं द्वारा निर्माण का काम किया जा रहा है। इस साजिश में अंचल कार्यालय के साथ साथ बोकारो स्टील प्लांट के बड़े पदाधिकारी और भूमि माफिया की संलिप्तता को देखा गया। यह जानकारी मिलने के बाद वन विभाग ने बोकारो स्टील प्लांट पर लगातार वन भूमि के वापसी को लेकर बार बार पत्राचार किया गया लेकिन बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन ने इसपर कोई संज्ञान नहीं लिया इस बीच उस भूमि पर भू माफियाओं की गतिविधि तेज हो गई और निर्माण कार्य ने गति पकड़ ली। वन भूमि की इस अतिक्रमण और गैर वानिकी कार्य के लिए उपयोग ने वन विभाग की नीद उड़ा दी और वन विभाग ने इस वन भूमि को बचाने और भू माफियाओं पर करवाई करने के लिए स्थानीय थाने का रुख किया लेकिन थाने पर भू माफियाओं के प्रभाव ने पुलिस को किसी भी प्रकार का निरोधात्मक और कानूनी कारवाई से रोक दिया यहां तक कि थाने में वन विभाग के अर्जी पर एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया तब वन विभाग ने परिवाद के जरिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और इसके बाद विधिवत मामला दर्ज हुआ। इस कांड में कुल 9 लोगों को नामजद करते मामला दर्ज कराया गया। जिसमे कोर्ट के आदेश पर भू माफिया इजहार हुसैन,अख्तर हुसैन,सैलेश कुमार सिंह, अंचल कार्यालय के हल्का कर्मचारी रंगनाथ सिंह सहित बोकारो स्टील प्लांट के तात्कालिक महाप्रबंधक नगर सेवाए आरबी सिंह, नगर सेवा विभाग के ही तात्कालिक उप महाप्रबंधक जेएन सिंह, माधव प्रसाद सिन्हा,बोकारो स्टील प्लांट के वरिय प्रबंधक सत्येंद्र सत्यार्थी और तात्कालिक वरीय प्रबंधक सचिंद्र प्रसाद पांडेय को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। अब पुलिस वन भूमि के इतने बड़े घोटाले एवं लूट की जांच में लग गई है। बोकारो के सीटी डीएसपी आलोक रंजन ने कहा कि पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। वही बोकारो के वन प्रमंडल पदाधिकारी रजनीश कुमार ने कहा कि इस लूट को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया है ऐसे में वन विभाग इस पूरे मामले पर कार्रवाई कर रही है साथ ही बोकारो स्टील प्लांट को दिए गए 1500 एकड़ वन भूमि में अगर बोकारो स्टील प्लांट इसका उपयोग नहीं कर रही है तो वैसे वन भूमि को उन्हें वन विभाग को वापस करना होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में वन विभाग की जमीन को लूटने नहीं दिया जाएगा।
वही सिटी डीएसपी ने कहा की पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।- आलोक रंजन, सिटी डीएसपी बोकारो
रजनीश कुमार, वन प्रमंडल पदाधिकारी, बोकारो।

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